50+ हिंदी रोमांटिक लव शायरी 2020

हेलो दोस्तों मैं आज यहां आपको रोमांटिक हिंदी लव शायरी लिख रहा हूं जो आपको व्हाट्सएप में स्टेटस में डालने के लिए। और कोई आपका दोस्त को शायरी। भेजने के लिए। अच्छा रहेगा तो दोस्तो ऐ पोस्ट आप पूरा पढ़ाई कर लो  थैंक।

   NEW HINDI LOVE SHAYARI 




किसी की  कमी जब

महसूस होने लगे,
तो समझो  ज़िंदगी में उसकी .मौजूदगी
बहुत .गहरी हो चुकी है  ..!!

आप बेवफा होंगे कभी सोचा ही नहीं था, आप कभी खफा होंगे सोचा ही नहीं था, जो गीत लिखे हमने कभी तेरे प्यार पर तेरे, वही गीत रुशवा होंगे सोचा ही नहीं था।


सोचा न था वो शख्स भी इतना जल्दी साथ छोड़ जाएगाजो मुझे उदास देखकर कहता था.. मैं हूँ ना।”
वो सिर्फ मोहब्बत नही जमाना थी मेरा, मैं उस से कुछ छुपाता ही नही था…!!!”

मैं क्यों पुकारू उन्हें की लौट आओ क्या उन्हें खबर नही है के उनके सिवा कोई नही है मेरा।”
झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया, सब कुछ भुला के उनका इंतज़ार किया, वो जान ही न पाई जजबात मेरे, जिसे दुनियाँ में मैंने सबसे ज्यादा प्यार किया.”


मुझको पढ़ पाना हर किसी के लिए मुमकिन नहीं,
मै वो किताब हूँ जिसमे शब्दों की जगह जज्बात लिखे है

 तुम को चाहने की वजह कुछ भी नहीं,........
बस इश्क़ की फितरत है बेवजह होना।........

 सच कहा जिंदगी की सच्चाई समझनाबहुत मुश्किल है हमने जरा मस्ती की वो हमसे खफा हो बैठी

 कहाँ से लाऊं वो शब्द जो तेरी तारीफ के क़ाबिल हो, कहाँ से लाऊं वो चाँद जिसमें तेरी ख़ूबसूरती शामिल हो, ए मेरे बेवफा सनम एक बार बता दे मुझकों, कहाँ से लाऊं वो किस्मत जिसमें तू बस मुझे हांसिल हो।


वो मिली भी तो क्या मिली बन के बेवफा मिली, इतने तो मेरे गुनाह ना थे जितनी मुझे सजा मिली।
ऐ बारिश जरा थम के बरस जब मेरा दोस्त आ जाये तो जम के बरस पहले ना बरस के वो आ ना सके फिर इतना बरस के वो जा ना सके

ख़ामोश रात में सितारे नई होते उदास आँखों में रंगीन नज़ारे नई होते हम कभी ना करते याद आपको अगर आप इतने प्यारे ना होते

आँखों मे आ जाते है आँसू,
फिर भी लबो पे हसी रखनी पड़ती है,ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो,जिस से करते है उसीसे छुपानी पड़ती है…


"कितना अजीब शौक पाला है, दर्द भरा एहसास लिखने का,
लिखूं तो लोग परेशान और ना लिखूं तो दिल परेशान !!"

हमारा दिल सवेरे का सुनहरा जाम हो जाए
चराग़ों की तरह आँखें जलें, जब शाम हो जाए

 नहीं बे-हिजाब वो चाँद-सा कि नज़र का कोई असर नहीं 
उसे इतनी गर्मी-ए-शौक़ से बड़ी देर तक न तका करो

शायरियों से वार करना,हमें  भी आता है जनाब..बस डरते हैं ,, कहीं  निशाना दिल पर ना लग जाए..


मैं ख़ुद भी एहतियातन, उस गली से कम गुजरता हूँ
कोई मासूम क्यों मेरे लिए, बदनाम हो जाए
क़तरा क़तरा सागर तक तो जाती है हर उम्र, मगर,
बहता दरिया वापस मोड़े उसका नाम मोहब्बत है....

 ज़ाहिर हो जाये वो दर्द ही कैसा,
खामोशी समझ ना पाये वो हमदर्द ही कैसा
 प्यार में सबसे बड़ा खुशनसीब वह, जो झुक जाए
और सबसे बड़ा बदनसीब वह जो अकड़ जाए

 काश मेरा घर तेरे घर के करीब होता ......,
बात करना न सही , तुझे देखना तो नसीब होता.......!!
 नही आता मुझे यु दूर रहकर  सुकून से रह लेना..

मैं हर एक पल में तुम्हे देखने की ख्वाहिश रखती हूं हमेशा..!!
जो जान ले के न छोड़े वो आरजू कैसी,
जो दम के साथ न निकले वो हौसला कैसा।
आंखे तेरी जैसी समन्दर हो शराब का…


पी के झूमता रहे कोई नशा तेरे शबाब का…
 तेरी "चाहत" अब मेरी "आँखों" में है 
तेरी "खुशबु" ‘मेरी "साँसो" में है 
मेरे "दिल" "को जो "घायल" कर जाये 
ऐसी ही वो "अदा"सिर्फ; तेरी बातों में है 


काँच सा था तो हमेशा तोड़ देते थे मुझे,
अब तोड़ के दिखाओ कि अब पत्थर सा हूँ मैं।
 मत चला मुझपर अपनी जुबान की बर्छिया,
जो इश्क़ है तो लहज़े को ज़रा मासूम कर.....
 तुझे देखकर भी मैंने अनदेखा किया था मगर..
तुमने देखा देखते हुए, और मैं देखता रह गया ..

जरा ठहर ऐ जिंदगी तुझे भी सुलझा दूंगा,पहले उसे तो मना लूं जिसकी वजह से तू उलझी है.
धोखा देती है शरीफ चेहरों की चमक अक्सर, हर कांच का टूकड़ा हीरा नहीं होता.


 सच्चे प्यार करने वालों की एक निशानी है,
वो ज़िक्र नही करते............!
हमेशा फिक्र किया करते हैं..!
सूखे थे फूल तेरे जाने के बाद

अब तो ख़ुश्बू भी किताबों से गई
 फासला रख के क्या हासिल,
कर लिया तुमने,
रहते तो आज भी तुम मेरे दिल में ही हो।

माना कि तुम्हारे सुरूर का कोई जवाब नही,
हर पैमाने में उतर जायें, हम भी वो शराब नही...!!!
: "आदमी का प्रेम में पड़ना
सृष्टि में, जीवन की
सबसे ख़ूबसूरत सम्भावना है।"
इश्क के रिश्ते कितने अजीब होते है? 
दूर रहकर भी कितने करीब होते है
 मेरी बर्बादी का गम न करो
 ये तो अपने अपने नसीब होते हैं

ज़िस्म छोड़ रूह भी तड़प रही,   
जाम-ए-इश्क़ पिला मेरे मौला ।
नासूर बन गया घाव हिज़्र का,
वस्ल की दे तू  दवा मेरे मौला ।
अपने भी अब तो अपने ना रहे
ग़ैरों को अपना बना मेरे मौला ।
निकल न जाए कहीं पिंजरे में दम,
परिंदे को आज़ाद उड़ा मेरे मौला ।

कट रही तन्हाई में ज़िंदगी मेरी,
आशिक़ी  मेरी बुला मेरे मौला ।


उन्हें एहसास हुआ है इश्क़ का हमें रुलाने के बाद, अब हम पर प्यार आया है दूर चले जाने के बाद, क्या बताएं किस कदर बेवफ़ा है यह दुनिया, यहाँ लोग भूल जाते हैं किसी को दफनाने के बाद।
 दिल चाहे किसी को दे दो
वो चीज़ तुम्हारी है



आज मैंने दिल को थोड़ा साफ़ किया,  
कुछ को भूला दिया, कुछ को माफ़ किया!!
लगा कर आदत बेपनाह मोहबबत का,
अब वो कहते है समझा करो वकत नही है........


हादसे कुछ दिल पे ऐसे हो गये,
हम समंदर से भी गहरे हो गये।

एक चेहरा,,,, मेरी आंखों में आबाद हो गया; उसे इतना पढ़ा,,,, कि वो मुझे याद हो गया...!!

तेरी यादोँ के नशे मेँ, अब चूर हो रहा हूँ, लिखता हूँ तुम्हेँ और, मशहूर हो रहा हूँ..!!

होता होगा तुम्हारी दुनियाँ में गहरा समंदर ... हमारे यहाँ इश्क़ से गहरा कुछ भी नहीं!

क्यों अधूरा सा फिरता हैं; वो ज़माने भर में,,,, मेरी आगोश में आए...!! तो मुकम्मल कर दूं,,,

कुर्बान हो जाऊँ उस दर्द पर  
जिसका इलाज़ सिर्फ पीना हो...
अभी दिसम्बर की सर्दियाँ तो आने दो,
दिल और भी जलने ना लगे तो कहना।

नज़ाकत तुम में है... इबादत तुम में है...
    शरारत तुम में है... कशिश भी तुम में है...
मुझ में भी मैं कहाँ बचा अब...
          मेरा जो कुछ भी है, सब तुम में है..

अभी वह उम्मीद जगी है दिल में,
सबमें उम्मीदें जगाना बाकी है,
जगी उम्मीदो से जीवन को महकाना बाकी है।।

अभी तो चिंगारी उठी है,
आग लगाना बाकी है,
आग से हर बुराई को जलाना बाकी है।।

अभी तो कहानी शुरू हुई है मेरी,अभी तो बहुत चलना बाकी है,अपनी कलम से रोशन इस जहां को करना बाकी है।।



साथ आपसब का,

रास्ता उस रब का,

जो मुझे मंजिल तक पहुंचाने में काफी है।।